बेटे की लालच में अंधे इंसानों की आंखे खोलने के लिए अब बेटी धर्म संसद का सहारा लिया गया है। यह चाहत इतनी अंधी
बाबा को जल अर्पण कर बेटियों ने दी ,बेटी बचाने की अर्जी भगवान शिव का प्रिय मास श्रावण के प्रदोष तिथि को बेटी को बचाने में
सभी ने अपने जीवन काल में “गुदड़ी के लाल” कहावत कई बार सुनी होगी लेकिन हम बात कर रहे है “गुदड़ी से लाल” की, अब
दान दाता जिन्होंने पढ़ेगी मुनिया कार्यक्रम में आर्थिक सहयोग दिया : क्रमसंख्या दानदाता योगदान राशि दिनांक 1 श्री अरुण ओझा रु 670 2 श्री संतोष ओझा + श्री अभिषेक जैसवाल